परीक्षा में टेंशन दूर करने के साधारण अचूक उपाय
मित्रों परीक्षा में नर्वस तो बड़े - बड़े हो जाते हैं क्योंकि परीक्षा तो आम बात है मगर एक विद्यार्थी की सबसे बड़ी समस्या तब होती है जब उसके ग्रेड कम आते हैं |अवसाद
ग्रेड कम आना तो एक हद तक ठीक है पर सबसे कठिन चीज होती है सामना करना उन चीजों का जो अराजक होती हैं जैसे कम ग्रेडिंग पर दोस्तों का ताना , पड़ोसियों का ताना, घर वालो का ताना आदि |तो इन सब से कैसे मुकाबला करें आइये जानते हैं |
खुद को कमजोर समझना
गूगल कंपनी के वर्तमान सी.ई.ओ. सुन्दर पिचाई ने बताया था की उनके नंबर इतने कम थे की उनको एम्.बी.ए. की एक यूनिवर्सिटी में दाखिला नहीं मिल पाया था |
और महान आईटी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के पूर्व सी.ई.ओ. बिल गेट्स ने कहा था कि "अगर मेरे नंबर ज्यादा नहीं आये तो कोई बात नहीं कुछ गणितीय नंबर मेरा भविष्य नहीं निर्धारित कर सकते |"
और वास्तव में बात काफी हद तक सही है कि अगर आप के अन्दर कुछ करने की चाहत है तो यह मत सोचिये की नंबर कम आयेंगे तो मैं कभी उन्नति नहीं कर सकता |
अगर आप सोचते हैं की मैं इस विषय में कम नंबर क्यों नहीं ला पा रहा हूँ तो यह एक नकारात्मक विचार धारा मात्र है |
ऐसे विचार न ही लाये तो अच्छा है क्योंकि यही से हीन भावनाओं की उत्पत्ति होती है |
कमजोर न समझो खुद को
एक विशेष विषय में कम नंबर होना कोई गलत बात नहीं है क्योंकि मान लीजिये की एक क्रिकेट का खिलाडी फीफा फुटबॉल में खेलता है तो वह कभी अच्छा परफॉरमेंस नहीं दे सकता |
यह निर्धारित करता है आपकी रूचि पर तो इस लिए ये बातें दिमाग में न लाये |
अपनी रूचि का समर्थन करें | जब भी आप कक्षा में पढने बैठते हैं और सामने आपके अध्यापक आपको पढ़ा रहे होते हैं पर आपका मन नहीं लगता है तो इसका मतलब यह मत समझिये कि आप किसी प्रकार की शारीरिक समस्या का सामना कर रहे हैं |
मनुष्य का मस्तिष्क बहुत शक्तिशाली होता है | ऐसा माना जाता है की मनुष्य 11 दिन से अधिक जागना असंभव हैं लेकिन किसी तरह से आप अपने मस्तिष्क को मना ले कि मैंने भरपूर नींद ली है तो आपका मस्तिष्क वैसे ही काम करेगा जैसा कि भरपूर नींद लेने के बाद करता है |
तो आप अगर अपने दिमाग का समर्थन करें की वह क्या चाहता है ? और किस विषय में रूचि लेता है तो निश्चित ही आप को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है |
मानसिक विचलन ( मेंटल डिस्ट्रैक्शन ) से बचें | प्रत्येक चीज की एक सीमा होती है और क्योंकि स्टूडेंट लाइफ बहुत अहम् और सेंसिटिव दौर होता है तो ऐसे में हमेशा पढाई की चिंता रहती है पर ऐसा करना आपकी मानसिक शक्तियों को हानि पंहुचा सकता है |
ऐसे में आप अपने दिमाग को ब्रेक दें क्योंकि वैज्ञानिकों की माने तो चिंता के समय हमारे दिमाग से डोपामाइन हॉर्मोन निकलता है जो दिमाग को कुछ समय के लिए शुन्य कर सकता है |
इस लिए कभी भी लम्बे समय तक पढाई में समय न व्यतीत करें | लेकिन जैसा पहले कहा गया की प्रत्येक चीज की एक सीमा होती है तो इस लिए लम्बे समय तक मनोरंजन न करें |
अगर आपने दिमाग की हमेशा शक्तिशाली रखना है तो कोई खेल खेलें या किसी शारीरिक एक्टिविटी वाले मनोरंजन का सहारा लें | और आप चाहें अपने आपको मोटिवेटेड रखना तो यू ट्यूब पर संदीप महेश्वरी या विवेक बिंद्रा के वीडियो देखें |
तो ये थे परीक्षा के दौरान अपने आपको कैसे मोटिवेटेड रखने के कुछ सूत्र | आर्टिकल पसंद आये तो इसे लाइक करें और हमें फॉलो करें |
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